एम. के डी.ए.वी में मनाई गई महात्मा हंसराज जी की 161 वीं जयंती
एम. के डी.ए.वी में मनाई गई महात्मा हंसराज जी की 161 वीं जयंती।
19 अप्रैल 2025 को एम. के डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल डालटेनगंज में डी.ए.वी पब्लिक स्कूल के प्रथम प्रधानाचार्य महात्मा हंसराज जी की 161 वीं जयंती मनाई गई ।विद्यालय की प्रातः कालीन प्रार्थना सभा की समस्त गतिविधियां आज महात्मा हंसराज जी के जीवन पर आधारित थी । इस सभा में हंसराज जी के जीवन के विविध पहलुओं पर चर्चा हुई।
कार्यक्रम का शुभारंभ डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल झारखंड क्षेत्र आई के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी सह प्राचार्यएम.के.डी.ए.वी.पब्लिक स्कूल डालटेनगंज डॉक्टर जी.एन खान ने महात्मा हंसराज जी के चित्र पर पुष्पार्चन कर किया। तत्पश्चात विद्यालय के सभी शिक्षकों ने महात्मा जी के चित्र पर पुष्पार्चन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
छात्रों को संबोधित करते हुए डॉक्टर जी.एन खान ने कहा कि महात्मा हंसराज जी ने 25 वर्षों तक अवैतनिक प्राचार्य के रूप में डी.ए.वी की सेवा की तथा आर्य समाज एवं दयानंद जी के आदर्शो को आगे बढ़ाया। आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती जी की मृत्यु के पश्चात उनके अनुयायियों ने उनके स्मारक के रूप में 1886 में लाहौर में प्रथम डी.ए.वी. स्कूल की स्थापना की, जो महात्मा हंसराज जी जैसे महापुरुषों के योगदान के कारण आज वटवृक्ष जैसे पुष्पित – पल्लवित हो रही है। आज कुल 970 विद्यालय हैं जिसमें डी.ए.वी.पब्लिक स्कूल, इंजीनियरिंग कॉलेज एवं विश्व विद्यालय,ला कालेज,बी.एड. कालेज, फार्मेसी कालेज, आयुर्वेदिक कालेज,आयुर्वेदिक शोध केन्द्र सम्मिलित हैं। इसमें लाखों छात्र अपने जीवन की नींव तैयार कर राष्ट्र के विभिन्न संस्थाओं में अपना योगदान देकर राष्ट्र निर्माण का कार्य कर रहे हैं ।डॉक्टर खान ने हंसराज के जीवन एवं महान कार्यों की चर्चा करते हुए बताया कि महात्मा जी ने आजीवन अवैतनिक रूप में सेवा देकर डी.ए.वी संस्थाओं को बढ़ाने का कार्य किया । उन्होंने अपनी सेवा निस्वार्थ भाव से किया। वे अपने पास दो कलमे रखते थे जिस कलम से वे डी.ए.वी का कार्य करते थे उससे वे निजी उपयोग में नहीं लाते थे। उन्होंने डी.ए.वी के विकास में अपना संपूर्ण जीवन बलिदान कर दिया। आज हम उनके त्याग को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं । उन्हें नमन करते हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री आलोक कुमार, श्रीमती मीनाक्षी करण, श्री नीरज श्रीवास्तव, श्री ए.के. पांडे उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक श्री विद्या वैभव भारद्वाज ने किया। कार्यक्रम संयोजक शिक्षक श्री कन्हैया राय एवं शिक्षिका श्रीमती प्रियंका थी।
