धूमधाम के साथ छठ महापर्व संपन्न

उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ चार दिवसीय महापर्व छठ संपन्न ,
नारायण वन सूर्य मंदिर मुकुंदपुर छठ घाट पर आस्था और विश्वास बना केंद्र
भक्तों की उमड़ा जनसैलाब: हर तरफ पुलिस प्रशासन की पैनी नजर
लोक आस्था और सूर्योपासना का महापर्व चार दिवसीय छठ पूजा प्रखंड मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में सोमवार को छठ व्रतियों ने अहले सुबह से ही सोना नदी पंडा से और सुप्रसिद्ध नारायण वन सूर्य मंदिर मुकुंदपुर छठ घाटों पर उदीयमान भगवान सूर्य उगते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इसी के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान छठ महापर्व का समापन हुआ। अर्घ्य देने के बाद छठ व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला उपवास तोड़ा तथा घर परिवार एवं देश में अमन चैन कि शांति व सुख समृद्धि और उन्नति कि कामना भगवान भास्कर से किया।
नारायण वन छठ घाट पर पारंपरिक छठ गीत के साथ पूरा माहौल छठी का
पिछले पन्द्रह दिनों से लगातार नारायण वन मंदिर विकास समिति के लोगों में इस महापर्व को लेकर खास उत्साह देखने को मिला। नहाय-खाय से शुरू हुआ चार दिवसीय पर्व सुबह के अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया। व्रतियों ने 36 घंटे के निर्जला व्रत के बाद पारण किया।
ऐसी मान्यता है, कि नारायण वन छठ पूजा करने का उद्देश्य जीवन में सूर्य देव की कृपा छठी मैया का प्रेम आशीष पाना है। सूर्य की कृपा से आयु आरोग्य की प्राप्ति होती है। तो वही छठ मैया के आशीष से इंसान को सुख शांति व समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह पर्व प्रकृति से जुड़ा हुआ पर्व माना जाता है। केतार प्रखंड के मुकुंदपुर में विराजमान नारायण वन मुकुन्दपुर सूर्य मंदिर स्थित तीन तरफ जंगलों से घिरा अवस्थित अति प्राचीन काल से नारायण वन मुकुन्दपुर सूर्य मंदिर मेले परिसर में छठ घाट पर केतार ब्लॉक के इंजीनियर अमर भारती ने बताया कि इस वर्ष एक लाख करीब व्रतधारी का नारायण वन मुकुन्दपुर संख्या में छठ व्रतियों ने छठ महापर्व किया।
नारायण वन सूर्य मंदिर मुकुंदपुर छठ घाट पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब
नारायण वन मुकुंदपुर सूर्य मंदिर छठ घाट पर झारखंड,बिहार,उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों के श्रद्धालु यहां आकर छठ पूजा की। रविवार को छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके बाद अगले दिन सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया। छठ के दिन छठ घाट पर भक्तो में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओ की भीड़ देख रात तक मेले में घूमते हुए नजर आए। बड़ो के साथ साथ बच्चें भी पुरी रात मेले का आनंद उठाते रहें।
मेला में लगे स्टॉल में बच्चे अपने मनपसंद के खिलौने, चाट, चाउमीन,बर्गर, पिज़्ज़ा आदि स्वादिष्ट व्यंजनों का जमकर लुफ्त उठाते रहें। नारायण वन सूर्य मंदिर छठ घाट
नारायण वन सूर्य मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया था। हर तरफ झालर, बत्ती व लाइट की रोशनी से नारायण वन जगमग रहा। व्रत धारियों के स्नान के कृत्रिम झरना लगाए गए थे।
संतान प्राप्ति के लिए करते छठ पूजा
छठ पूजा के दौरान शादीशुदा महिलाओं ने सूरज को अर्घ्य देकर संस्कारवान और स्वस्थ संतान प्राप्ति के लिए छठी मैया सूर्यदेव से प्रार्थना की। ऐसा माना जाता कि संतान प्राप्ति के लिए छठ पर्व का बड़ा महत्व है। कहते हैं इस व्रत से संतान सुख प्राप्त होता है। हर वर्ष नारायण वन में ब्रतधारी माताएं को भी पुत्र धन की प्राप्ति होता हैं।छठ पर्व के ही दिन उत्तर प्रदेश के लवकवाखाडी़ के वीरेंद्र चोरों की धर्मपत्नी सुनैना देवी को नारायण वन में ही पुत्र धन की प्राप्ति हुई खबर सुनते ही नारायण वन परिसर में व्रत करने आई माताओ ने नारायण वन में जन्म लिए पुत्र के लिए ताली बजाकर स्वागत किया।ऐसी मान्यता है कि जब पांडव जुए में अपना सारा राज-पाट हार गए, तब द्रौपदी बहुत दुःखी थीं वे श्रीकृष्ण भगवान ने उन्हें सूर्योपासना करने की सलाह दी। इसी सूर्य उपासना से उन्हें अक्षय भोजन पात्र मिला जिसमें भोजन कभी कम नहीं पड़ता था। पुराणों के अनुसार सूर्य की पहली किरण को ही सविता शक्ति अथवा छठी मईया भी कहा जाता है। सबसे पहले द्रोपदी ने छठ का व्रत किया था। तब से मान्यता है कि व्रत के सूर्योपासना करने से द्रोपदी की तरह सभी व्रती की मनोकामना पूरी होती है।
छठ पूजा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्रिय रहे..
छठ महापर्व को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्रिय दिख रहे थे। इस दौरान पूजा स्थल पर पुलिस की भी चाक-चौबंद व्यवस्था रही। पूरी रात महिला पुलिस बल के जवानों ने नारायण वन मेले परिसर पर तैनात रहे। वहीं केतार थाना प्रभारी कमलेश कुमार महतो व केतार बीडीओ नन्द जी राम अपने दल बल के साथ पूरी रात छठ घाटों पर जायजा लेते दिखे। असामाजिक तत्वों पर प्रशासन की पैनी नजर मेले में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए एएसआई दिनेश मरांडी, दिनेशचंद माझी, उस्मान सेख, अरुण यादव,
नारायण वन मेले परिसर में प्रतिनियुक्ति डंडाधिकारी आंनद कुमार ,अमर भारती,सत्यम कुमार, राजीव कुमार ,पंकज सिंह,छोटन पासवान मुकुंदपुर सूर्य मंदिर नारायण वन मंदिर विकास समिति संरक्षक अजय वर्मा, अध्यक्ष योगेंद्र कुमार सिंह, उपाध्यक्ष दीपक वर्मा, सचिव रविकांत चंद्रवंशी कोषाध्यक्ष धनंजय तिवारी, सक्रिय सदस्य राजकिशोर सिंह और अनुशासन समिति के रामेश्वर प्रसाद सिंह, बबलू सिंह, पंकज कुमार सिंह