दाल-भात केंद्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेंद्र नाथ तिवारी ने प्रधानमंत्री को सौंपा ज्ञापन
दल-भात केंद्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेंद्र नाथ तिवारी ने प्रधानमंत्री को सौंपा ज्ञापन
रांची/नई दिल्ली। : वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेंद्र नाथ तिवारी, जो झारखंड में कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेताओं में गिने जाते हैं और पिछले 40 वर्षों से गरीब, दलित एवं पिछड़े वर्गों के हक के लिए संघर्षरत हैं, ने आज प्रधानमंत्री कार्यालय पहुँच कर दल-भात योजना में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ एक उच्च स्तरीय जाँच की माँग की।
सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि वह समाज के अंतिम पायदान के व्यक्तियों की व्यथा ले कर प्रधानमंत्री कार्यालय आये हैं, उन्होंने कहा की राज्य में संचालित दल-भात केंद्रों से जुड़ी सैकड़ों महिलाएँ, जो इन केंद्रों का संचालन करती हैं, ने उनसे संपर्क कर योजना में जारी व्यापक अनियमितताओं की शिकायत की। उनके अनुसार भ्रष्ट अधिकारीयों की मिलीभगत से खाद्यान्न की बड़े पैमाने पर चोरी हो रही है, जिससे योजना का लाभ वंचितों तक नहीं पहुँच पा रहा है। आज के दौर में 5 रुपए मे भोजन समाज के अंतिम पैदान के लोगों के लिए वरदान है जो भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ गया है|
उक्त संदर्भ में सुरेंद्र नाथ तिवारी ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक पत्र सौंपा , इस पत्र के मध्यम से प्रधानमंत्री कार्यलय को यह सूचित किया गया है कि दल-भात योजना जिससे ₹5 में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाता है, वह बिना किसी मानक जवाबदेही, अनाज के दाम को बढ़ाकर चलाया जा रहा है। 3-4 वर्षों से सरकार आवंटन तो कर रही है लेकिन वास्तविक वस्तुएँ केंद्रों तक नहीं पहुँच रही हैं। कपड़े में अनाज की चोरी हो रही है।
उन्होंने यह भी आग्रह किया कि इस मामले की जाँच अपराध अनुसंधान विभाग से कराई जाए तथा राज्य के मुख्य सचिव को उचित दिशा-निर्देश देकर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए, जिससे गरीबों को उनका हक मिल सके और भ्रष्टाचार पर रोक लग सके।
पत्र को प्रधानमंत्री कार्यालय ने 2 मई 2025 को औपचारिक रूप से प्राप्त कर लिया है और जाँच की संभावना जताई जा रही है।
श्री तिवारी ने बताया की दिल्ली से लौटते है 11 मई को सभी दाल भात केंद्र की संचालिका बहनो के साथ बैठक करेंगे जिसमे इस गबन और भ्रस्टाचार के खिलाफ आगे की रणनीति तय करेंगे
कांग्रेस के ज़िलाध्यक्ष अबैदुल्लाह हक़ अंसारी ने श्री तिवारी के इस कदम का स्वागत योग्य बताते हुए कहा की सुरेंद्र नाथ तिवारी हमेशा से गरीबों, दलितों और वंचित वर्गों की आवाज़ बनकर संघर्ष करते आए हैं। दल-भात योजना में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्होंने जो कदम उठाया है, वह सराहनीय है। यह मामला सीधे-सीधे गरीबों के हक से जुड़ा है|
