बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिला कार्यालय में पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की 38वी पुण्य तिथि मनाई गई

बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिला कार्यालय में पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की 38वी पुण्य तिथि मनाई गई कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने की संचालन संजय कुमार ने किया जगजीवन राम के तस्वीर पर फूल माला चढ़ा कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई
मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कहा कि जगजीवन राम सामाजिक बदलाव के के प्रतीक थे सामाजिक असमानता दंश सहने के बाद दलितों के लिए आवाज उठाने की ठानी 19 अक्टूबर 1935 को पहली बार दलितों के लिए मतदान के अधिकार की मांग की आरक्षण दिलाने एवं लागू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई छुआ छूत मिटाने के लिए 1955 में कानून बनवाया देश के सभी मंदिरों के द्वार खुलवाया ताकि दलित समाज भी मंदिरों में पूजा पाठ कर सके जगजीवन राम ने 1952- 1986 तक लगातार सांसद चुने गए एवं 16 वर्षो तक केंद्रीय मंत्री रहे उन्होंने दलितों के हक अधिकार के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष किया हरित क्रांति शर्म सुधरो एवं सामाजिक न्याय के क्षेत्र में काफी योगदान दिया जगजीवन राम सामाजिक न्याय एवं श्रम सुधरो के अगुआ थे संजय कुमार ने जगजीवन राम की जीवनी प्रकाश डाला एवं कहा की 6 जुलाई 1986 का निधन हुआ था वो दलितों के मसीहा थे एवं श्रम कानून के अगुआ थे अरविंद कुमार ने कहा कि जगजीवन राम दलितों के पूर्व योद्धा थे इस अवसर पर जयपाल मोची, दीपक कुमार, अरुण पासवान, सूरज कुमार, सत्यम कुमार, सुधीर कुमार यशवंत कुमार,संजीत कुमार,शनि कुमार राजू राम उमेश पासवान सहित कई लोगों उपस्थित थे राकेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया