बंगाली समिति नेताजी जयंती पर किया केंद्र सरकार से मांग
बंगाली समिति नेताजी जयंती पर किया केंद्र सरकार से मांग
प्रतिनिधि, मेदिनीनगर: झारखंड बंगाली समिति के मेदिनीनगर शाखा व बंगीय दुर्गा बाड़ी के द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी जयंती में कई कार्यक्रम कर उन्हे याद किया गया. इस अवसर पर केंद्र सरकार से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मृत्य रहस्य से जुड़े जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक कर इससे परदा उठाने की मांग की. इससे पहले बंगाली समिति के सभागार में नेताजी की चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. बंगीय दुर्गा बाड़ी के अध्यक्ष देवेश मोइत्रा ने माल्यार्पण किया. इस अवसर पर बोलते हुए श्री मोइत्रा ने कहा की देश अभी भी नेताजी की कुर्बानी को याद करता है, पर उनके जीवन के कुछ अनछुए पहलुओं को अभी तक राजनीतिक कारणों से दबा कर रखा गया है, यह भावनाओं को आहत करने वाला है. नेताजी की मृत्यु विमान दुर्घटना में हुई की नही यह अभी तक देशवासी से छुपा कर रखा गया है. वर्तमान केन्द्र की सरकार दिल्ली के इंडिया गेट में नेताजी बोस की आदमकद प्रतिमा स्थापित किया है, इसके लिए बंगाली समाज उनका आभारी है. साथ ही इस केंद्र सरकार से यह मांग भी करती है की नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु संबधी अटकलों पर विराम लगाते हुए, इसके जांच की अभिलेखों को सार्वजनिक किया जाए, ताकि नेताजी की मृत्यु रहस्य से पर्दा उठ सके. समिति के वरीय सदस्य कामख्या स्मृति भट्टाचार्य के द्वारा आरती किया गया. मौके पर श्री भट्टाचार्य के द्वारा भजन भी प्रस्तुत किया गया. मौके पर बोलते हुए बंगीय दुर्गा बाड़ी के सचिव दिवेन्दु गुप्ता ने कहा की नेताजी मृत्य रहस्य से पर्दा उठने की मांग सिर्फ बंगाली समुदाय का ही नही पूरे देशवासियों का बहु प्रतीक्षित मांग है. प्रधानमंत्री जिस गारंटी की बात करते है तो उनसे उम्मीद है की जन भावनाए आहत न हो इसकी गारंटी भी उन्हें लेना चाहिए. इस अवसर पर बंगाली समिति के कार्यालय से सुभाष चौक तक शोभायात्रा निकाला गया. सुभाष चौक पर दुर्गा बाड़ी व बंगाली समिति की ओर से नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. कार्यक्रम का संचालन समिति के सचिव सैकत चटर्जी व धन्यवाद ज्ञापन देवाशीष सेनगुप्ता ने किया. कार्यक्रम में समिति के गौतम घोष, अमर कुमार भांजा, राजीव मुखर्जी, दिलीप घोष, दुर्गा बाड़ी के शिवनाथ चटर्जी, जयंत विश्वास, सुकुमार पाल, बुआ भट्टाचार्य, मासूम आर्ट ग्रुप के मोहम्मद नसीम, राज प्रतीक पाल आदि मौजूद थे.
