Auto Draft
बालश्रम उन्मुलन दिवस के अवसर पर बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिला कार्यालय में एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने की। संचालन संजय कुमार ने किया। मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कहा की बालश्रम एक अक्षम्य अपराध है। और यह देश के सर्वांगीण विकाश में बाधक भी है। 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को होटल ईट- भट्ठा, क्रेशर, घरेलु नौकर समेत कल-करखानों आदि में काम कराये जाने पर बालश्रम अधिनियम 1986 के तहत सम्बंधित मालिक एवं और संचालकों के खिलाफ दंडनात्मक कार्रवाई हो सकती है। बालश्रम एक समाजिक समस्या बन गई है। और यह तभी रूकेगा जब समाज का हर वर्ग सहयोग करेगा। बालश्रम रोकने के लिए बालश्रम आयोग एवं बालश्रम अधिनियम बना है। तथा श्रमिक विद्यालय खोला गया था। लेकिन फंड के अभाव में विद्यालय बंद हो गया। यह सब पुरी तरह मृतप्राय हो गया है। मोर्चा अध्यक्ष ने कहा की बच्चों के माता पिता का यह दायित्व बनता हैं की अपने बच्चों को नियमित स्कुल भेजे स्कुलों में राज्य सरकार की ओर से भोजन, कपड़ा, और किताब निःशुल्क मिलता है।
शिव नरायण साव बालश्रम पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा की छोटे-छोटे बच्चों से कल-करखानों में काम करवाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।इस अवसर पर संतोष विश्वकर्मा, सतीश दुबे संजय मिस्त्री, उमेश पासवान, राजू राम संजय चौरसिया, संजीत कुमार, शनि कुमार, मिथलेश कुमार , यशवन्त कुमार, श्याम पाठक, प्रद्युम्न तिवारी सहित कई लोग उपस्थित थे राम नरेश महतो ने धन्यवाद किया।
