अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर एक दिवसीय संगोष्ठी, सोशल मीडिया से लेकर झारखंड मुद्दों तक हुई चर्चा
जनता शिवरात्रि महाविद्यालय मेदिनीनगर पलामू में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर 10 दिसम्बर को एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय के राजनीति शास्त्र, दर्शनशास्त्र एवं इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। संगोष्ठी संयोजक कर्ताओं डॉ स्वीटी बाला, सहायक प्राध्यापक बर्नार्ड टोप्पो एवं रवि रोशन मिंज की ओर से सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। संगोष्ठी का विषय ‘समसामयिक समाज में मानव अधिकार’ रखा गया था। दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अपने स्वागत भाषण में प्राचार्य डॉ अजय पासवान ने कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला एवं इसके आयोजन कर्ता विभागों के प्रयास की सराहना की। कार्यक्रम में चार मुख्य वक्ताओं में पहले वक्ता के रूप में डॉ ऋचा सिंह, विभागाध्यक्ष राजनीति शास्त्र विभाग जी एल ए कॉलेज ने सोशल मीडिया एवं एआई तकनीक द्वारा मानवधिकार संबंधी चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
दूसरे वक्ता डॉ विभेष चौबे, स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र विभाग एन पी यू दर्शनशास्र के परिपेक्ष्य में मानवाधिकारों के संदर्भ में प्रकाश डाला। तीसरे वक्ता डॉ ललिता भगत सहायक प्राध्यापक वाई एस एन एम कॉलेज ने मानव मूल्यों एवं दर्शन के परिपेक्ष्य में अपनी बात रखी एवं चौथे वक्ता डॉ संजय बाड़ा विभागाध्यक्ष इतिहास विभाग जी एल ए कॉलेज ने झारखंड एवं मानवधिकार संबंधी मामलों को सामने रखते हुए बताया कि झारखंड विस्थापन, खनन, तस्करी, महिला उत्पीड़न, बाल उत्पीड़न आदि समस्याओं से जूझ रहा है उन्होंने विभिन्न संदर्भों का उल्लेख करते हुए झारखंड के आदिवासी एवं मूलवासी समुदाय के मानवधिकार उल्लंघन संबंधी केस स्टडी पर प्रकाश डालते हुए कई उदाहरण प्रस्तुत किए। छात्रों की ओर से भी वक्ताओं से प्रश्न किए गए जिनका वक्ताओं द्वारा सराहनीय जवाब दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ स्वीटी बाला के द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक र

