अमवा खुर्द में मनरेगा योजना में फर्जीवाड़ा, बैगर काम कराए 4.35 लाख का फर्जी भुगतान

अमवा खुर्द में मनरेगा योजना में फर्जीवाड़ा, बैगर काम कराए 4.35 लाख का फर्जी भुगतान
आधा दर्जन सड़क निर्माण में पकड़ी गई धांधली, ग्रामीणों ने डीसी से किया जांच की मांग
सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना के बाद मामला हुआ उजागर
मेदिनीनगर : पलामू जिले के नीलांबर – पितांबरपुर (लेस्लीगंज) प्रखंड क्षेत्र के जामुनडीह पंचायत अंतर्गत अमवा खुर्द गांव में बगैर काम कराए मनरेगा योजना में लाखों रुपए की फर्जी निकासी किए जाने का मामला प्रकाश आया है। बगैर सड़क निर्माण कराए ही 4 लाख 35 हजार दो सौ रुपए की फर्जी निकासी किया गया है। इस मामले को लेकर गांव के ग्रामीणों ने पलामू उपायुक्त शशि रंजन, डीडीसी और मनरेगा लोकपाल से शिकायत कर मामले की जांच कर दोषी लोगों पर कार्रवाई करने की मांग किया है। आधा दर्जन से अधिक मनरेगा योजना के तहत सड़क निर्माण में फर्जी भुगतान किया गया है। इस फर्जी भुगतान में तत्कालीन मुखिया नीरा देवी, तत्कालीन रोजगार सेवक रेणु कुमारी, तत्कालीन पंचायत सेवक विनय शर्मा समेत मनरेगा कर्मी शामिल हैं। यह मामला सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना के बाद उजागर हुआ है। जानकारी के अनुसार अमवा खुर्द गांव निवासी संतू भुइयां सूचना अधिकार अधिनियम के तहत सूचना मांगा था। प्रखंड कार्यालय द्वारा सूचना मिलने के बाद यह मामला उजागर हुआ। संतु भुइयां ने बताया कि उनके द्वारा मांगे गए सूचना के बाद पता चला कि मनरेगा योजना के तहत सड़क निर्माण में फर्जीवाड़ा किया गया है। बगैर सड़क निर्माण कराए ही बड़े पैमाने पर सरकारी राशि की निकासी किया गया है। संतु भुइयां ने बताया कि प्रखंड कार्यालय द्वारा उन्हें जो सूचना मिला है उसमें अमवा खुर्द गांव में गुलाबी साव के घर से नदी तक मनरेगा योजना के तहत मिट्टी मोरम पथ निर्माण होने की बात कहीं गई है, साथ ही मिट्टी मोरम पथ निर्माण में 1 लाख 4 हजार 737 रुपए का भुगतान भी किया गया है। सड़क निर्माण का मेठ अनिता देवी हैं। उन्होंने बताया कि जिस सड़क निर्माण का भुगतान किया गया है, उसमें कभी काम नहीं हुआ है। फर्जी तरीके से राशि की निकासी किया गया है। गांव के संतू भुईयां के आलवे कालो राम, सुरेंद्र भुईयां, मरछू भुईयां, बाबुलाल भुईयां, खेलावन राम, मिना देवी, श्रीकांत राम, आशीष कुमार , बनवारी भुईयां, हरिहर भुईयां, दिपक भुईयां, समुद्री देवी, मंजू राम, राजेंद्र राम, चितरंजन कुमार राम, मुकेश कुमार, अजय कुमार, राम किशुन भुइयां, मंजू देवी आदि ग्रामीणों ने बताया कि गुलाबी साव के घर से नदी तक मिट्टी मोरम पथ निर्माण में फर्जीवाड़ा किया गया है। यह सड़क पहले से ग्रेड वन बना हुआ है। वर्ष 2020-2021 में इस सड़क में काम नहीं हुआ है। फर्जी तरीके से मास्टर रोल बनाकर पैसा की निकासी किया गया है।
किस सड़क में कितना हुआ भुगतान
पलामू जिले के नीलांबर – पितांबरपुर (लेस्लीगंज) प्रखंड क्षेत्र के जामुनडीह पंचायत अंतर्गत अमवा खुर्द गांव में करीब आधा दर्जन से अधिक मनरेगा के तहत मिट्टी मोरम पथ निर्माण में फर्जीवाड़ा किया गया है। बिना काम कराए राशि का निकासी कर लिया गया है। गुलाबी साव के घर से नदी तक मिट्टी मोरम पथ निर्माण में 1 लाख 4 हजार 7 सौ 37 रुपए का भुगतान किया गया है। इसी तरह आरयू रोड से सीता राम तक मिट्टी मोरम पथ निर्माण में 94 हजार 152 रुपए, भीम साव के घर से नदी तक 47 हजार 475 रुपए, बघौत बर पीसीसी पथ से पईन तक 23 हजार 280 रुपए और विरेंद्र राम के घर से नदी तक मिट्टी मोरम पथ निर्माण में 1 लाख तीन हजार 402 रुपए मनरेगा मजदूरी और 62 हजार 154 रुपए मेटेरियल भुगतान हुआ है।
इन मजदूरों के नाम पर किया गया फर्जीवाड़ा
पलामू जिले के नीलांबर – पितांबरपुर (लेस्लीगंज) प्रखंड क्षेत्र के जामुनडीह पंचायत अंतर्गत अमवा खुर्द गांव के फूला देवी, ललन भुइयां, बिमला देवी, देवांति देवी, सोनिया देवी, अनिता देवी, उदय भुइयां, सुधीर कुमार, सकेंद्र कुमार, लखन भुइयां, अजय भुइयां, संता देवी, संजय भुइयां, राजमति कुंवर, कमलेश भुइयां, विरेंद्र भुइयां, सुनीता देवी, रोहित कुमार, अमलेश भुइयां, मनफुली देवी, अनुज भुइयां, प्रतिमा देवी, अजीत भुइयां, सांपति देवी, जयराम भुइयां, सीता राम, गायत्री देवी, दिलीप कुमार, बिरजू भुइयां, सविता देवी, अजय भुइयां, कांति देवी, रजिया देवी आदि मजदूरों के नाम पर फर्जी भुगतान किया गया है। इसमें अधिकांश मजदूर हमेशा बाहर रहते हैं। कुछ मजदूरों से मुलाकात हुआ तो उन लोगों ने बताया कि मिट्टी मोरम पथ निर्माण में काम नहीं किया है। खाते से पैसा डरा धमकाकर निकलवा लिया गया है। मजदूरों ने बताया कि वे कभी मनरेगा योजना में काम नहीं किया है। आवास दिलवाने के नाम पर आधार कार्ड आदि कागजात मांगकर उनके नाम पर जॉब कार्ड बनाकर फर्जी भुगतान कराया गया है।
क्या कहते हैं तत्कालीन रोजगार सेवक और पंचायत सचिव
इस संबंध में पितांबरपुर (लेस्लीगंज) प्रखंड क्षेत्र के जामुनडीह पंचायत के तत्कालीन रोजगार सेवक रेणु कुमारी ने बताया कि थोड़ा मिस्टेक हुआ है। खबर प्रकाशित मत कीजिए। उसे बनवा दिया जाएगा। वहीं पंचायत सचिव विनय शर्मा ने बताया कि मनरेगा योजना में काम कराने की जिम्मा रोजगार सेवक, जेई, मेठ, मुखिया का होता है। मैं कुछ नहीं बता सकेंगे।