अब प्रत्येक रविवार को प्रातः अम्बेडकर पार्क मेदिनीनगर में संविधान की प्रस्तावना के साथ त्रिशरण व पंचशील का पाठ होगा:शत्रुघ्न कुमार शत्रु
अब प्रत्येक रविवार को प्रातः अम्बेडकर पार्क मेदिनीनगर में संविधान की प्रस्तावना के साथ त्रिशरण व पंचशील का पाठ होगा:शत्रुघ्न कुमार शत्रु
आज प्रात: 6:00 बजे मेदिनीनगर के अम्बेडकर पार्क स्थित भारतीय संविधान निर्माता,देश के प्रथम कानून मंत्री ,आधुनिक भारत के शिल्पकार परमपूज्य बोधिसत्व बाबा साहेब डा० भीमराव अम्बेडकर जी के आदमकद प्रतिमा के समक्ष बुद्ध व भीम वंदना कार्यक्रम की शुरुवात समाजिक न्याय परिषद के अध्यक्ष रवि पाल की अध्यक्षता में की गई।
कार्यक्रम का संचालन बौद्धाचार्य दिलकेश्वर कुशवाहा ने किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु व विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित राजद नेता ईश्वरी प्रसाद मेहता ने बाबा साहेब की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर किया।तत्पश्चात लोचन बैठा,संजय प्रसाद,संजय बैठा,रामनिवास रजक,अधिवक्ता बिरबल रावत,राजू रजक,जंगाली महतो आदि ने प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन व वंदन किया।
इसके बाद बौद्धाचार्य दिलेश्वर कुशवाहा ने संविधान की प्रस्तावना के साथ त्रिशरण व पंचशील का पाठ समवेत स्वर में सम्पन्न करवाया।
कार्यक्रम के अंत में अपने विचार व्यक्त करते हुए जेकेएम के अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने कहा कि आज से बाबा साहेब की आदमकद प्रतिमा के समक्ष संविधान की प्रस्तावना के साथ त्रिशरण व पंचशील की शुरुवात एक ऐतिहासिक कदम है,इसके लिए आप सभी बंधाई के पात्र हैं।मैं इस शहर में रहनेवाले तमाम बुद्ध,भीम व संविधान प्रेमी बुद्धिजीवियों,उपासक,उपासिकाओं व छात्र-नौजवानों से प्रत्येक रविवार के सुबह प्रात: 6:00 बजे अम्बेडकर पार्क में उपस्थित होकर अपने महापुरुषों को निष्ठापूर्वक याद करने की अपील करता हूं।हमें यह याद रखना चाहिए कि बहुजन मसीहा मान्यवर कांशी राम साहेब जी ने “सिट टूगेदर,मीट टूगेदर,इट टूगेदर,थींक टूगेदर देन मार्च टूगेदर” का नारा देकर एकजूटता का संदेश दिया था,जिस पर चलकर ही समाज को मजबूती दी जा सकती है।
