आजादी की एक जंग जीते हैं पर दूसरी लड़ाई अभी बाकी है –कौशल
पर्यावरणविद व धर्मपत्नी मुखिया ने गणतंत्र दिवस पर कार्यालय सहित अन्य कई जगहों पर झंडोत्तोलन कर कहा
आजादी की एक जंग जीते हैं पर दूसरी लड़ाई अभी बाकी है: कौशल
– झंडोत्तोलन करते पर्यावरणविद व मुखिया व अन्य
जिले के मेदिनीनगर बाईपास रोड केपीजे कॉम्प्लेक्स के पीछे स्थित पर्यावरण भवन परिसर में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान और पानी पंचायत व लावारिस सेवा केंद्र के कार्यालय व आकाश बाग और छतरपुर के ग्राम पंचायत डाली बाजार के कौशल नगर के स्वास्थ्य उपकेंद्र परिसर और मोहनलाल खुर्जा पार्वती देवी पार्क व जैविक उद्यान में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्म गुरु व वनराखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने झंडोत्तोलन कर राष्ट्रीय ध्वज को नमन किया।
वहीं कौशल नगर पंचायत सचिवालय में मुखिया पूनम जायसवाल ने तिरंगा फहराया व कौशल नगर आंगनबाड़ी केंद्र परिसर मे अल्पना जायसवाल ने भी तिरंगा फहराया
मुखिया पूनम जायसवाल व छतरपुर पूर्वी से जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल के प्रतिनिधि सुचित जायसवाल, पंचायत समिति शहाबुद्दीन अंसारी, पूर्व उप मुखिया अफजाल अंसारी, ग्राम सेवक प्रेमचंद, यासीन अंसारी रघुनाथ प्रसाद ,शिवनाथ राम, ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी ।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि देश के नौजवान और शहीदों की शहादत से मानव जैसी शत्रु से पहली आजादी की जंग हम जीत चुके हैं । परंतु प्रदूषण नामक शत्रु से आजादी के लिए दूसरी बड़ी लड़ाई लड़ना अभी बाकी है।
वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल किशोर ने कहा कि अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों एवं शोषण दोहन से पूरे देश की जनता तबाह थी। परंतु प्रदूषण की कहर से पूरा विश्व में तबाही मची हुई है। इस तबाही से आजादी के लिए दुनिया के तमाम लोगों को अपना धर्म के साथ पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों को अपनाना होगा। इसके लिए पौधा लगाकर अपने बच्चें की तरह बचाना होगा। क्योंकि दूसरा कोई विकल्प नहीं है ।
मौके पर उप मुखिया नगीना खातून वार्ड विनोद राम, रामाशीष राम, संजीव राम, जुबेर अंसारी, राजेश प्रसाद, अख्तर अंसारी, आबिद अंसारी, एनम सविता, निरंजन कुमार, सुमित कुमार, खुर्शीद अंसारी, बाबूराम, सत्येंद्र राम, शमीम अंसारी,अमन कुमार, सी एच ओ निसी, कृष्णा प्रसाद, अरविंद यादव, मदन यादव, उमेश यादव, राजेश्वर विश्वकर्मा,नगाड़ा अंसारी, रामजन्म यादव आदि उपस्थित थे।
