पेसा कानून को मिली मंजूरी, झामुमो ने बिरसा चौक पर मनाया जश्न— लड्डू बंटे, नगाड़ों की गूंज के बीच लगे शिबू सोरेन अमर रहें और हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारे
बोकारो। झारखंड राज्य गठन के पच्चीस वर्षों बाद पंचायत विस्तार अनुसूचित क्षेत्र अधिनियम (पेसा कानून) को झारखंड कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर शुक्रवार को बोकारो के बिरसा चौक पर जश्न का माहौल देखने को मिला। झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष रतनलाल मांझी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटे, पटाखे फोड़े और ढोल- नगाड़ों व मंदार की थाप पर झूमते हुए खुशी का इजहार किया। चौक के चारों ओर शिबू सोरेन अमर रहें और हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारों से माहौल गूंज उठा। मौके पर जिला अध्यक्ष रतनलाल मांझी ने कहा कि पेसा कानून को हरी झंडी मिलना झारखंड के आमजन, विशेषकर आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ऐतिहासिक फैसला है। यह हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली अबुआ सरकार की दूरदर्शिता और जनभावनाओं के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि अबुआ दिशोम रे, अबुआ राज का सपना पेसा कानून के लागू होने के साथ साकार हुआ है। वर्षों से लंबित आदिवासी समाज की मांग अब पूरी हुई है, जिससे ग्रामसभा को वास्तविक अधिकार और सम्मान मिलेगा। केंद्रीय सदस्य हीरालाल मांझी ने कहा कि पेसा कानून लागू होने से आदिवासी समाज सामाजिक, राजनीतिक और प्रशासनिक रूप से अधिक सशक्त होगा। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य के 16 जिलों में पेसा कानून तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा, हालांकि बोकारो जिला इसके दायरे में नहीं आता है। इसके बावजूद यह फैसला पूरे झारखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा।महानगर अध्यक्ष मंटू यादव ने कहा कि पेसा कानून से ग्राम पंचायतों को जल, जंगल, जमीन, लघु वनोपज और खनिज संसाधनों से जुड़े मामलों में अधिकार और स्वायत्तता मिलेगी। इससे स्थानीय स्तर पर निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होगी और जनजातीय स्वशासन को बढ़ावा मिलेगा। विकास योजनाओं में ग्रामसभा की सहमति अनिवार्य होने से बाहरी हस्तक्षेप पर रोक लगेगी। कार्यक्रम में जिला सचिव मुकेश कुमार महतो, फिरदौस अंसारी, फैयाज अंसारी, पंकज मारंडी, लुदु मांझी, संजय मुर्मू, चास प्रखंड अध्यक्ष रामदयाल सिंह, प्रमोद तपोडिया, भीमसेन सोरेन, शांति सोरेन, चंदू सिंह मुंडा, संजय केजरीवाल, फिरोज अंसारी, फारुक अंसारी, भागीरथ शर्मा, प्रथम मांझी, बलबीर मांझी, सृष्टि देवी सहित बड़ी संख्या में झामुमो नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।

