गिरिडीह–कोडरमा रेलवे परियोजनाओं को केंद्र से मिले समर्थन, वंदे भारत ट्रेनें और रैक प्वाइंट पर निर्णय
गिरिडीह जिले के रेलवे विकास को लेकर आज एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक पहल सामने आई है। गिरिडीह चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधिमंडल ने माननीय केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी से नई दिल्ली में मुलाकात कर गिरिडीह एवं आसपास के क्षेत्रों से जुड़ी प्रमुख रेलवे मांगों पर विस्तार से चर्चा की। यह बैठक कोडरमा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री माननीय श्रीमती अन्नपूर्णा देवी जी के विशेष प्रयासों और सहयोग से संभव हो सकी, जिनके माध्यम से प्रतिनिधिमंडल को रेल मंत्री जी से समय प्राप्त हुआ। प्रतिनिधिमंडल को संगठित कर रेल मंत्री तक पहुँचाने में मुकेश जलान (जिला कोषाध्यक्ष एवं सदस्य, ZRUCC) की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में प्रदीप अग्रवाल (पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स),गुनवंत सिंह मोंगिया (पूर्व अध्यक्ष, GDCC एवं चेयरमैन, मोंगिया स्टील), सीए विकास खेतान (कोषाध्यक्ष, GDCC), मुकेश जलान (जिला कोषाध्यक्ष एवं सदस्य, ZRUCC) तथा संजीव कुमार (प्रदेश मंत्री, भाजपा युवा मोर्चा झारखंड) उपस्थित रहे।
बैठक में सर्वप्रथम हावड़ा–गया वंदे भारत एक्सप्रेस का विषय रखा गया, जिस पर यह सहमति बनी कि यह ट्रेन न्यू गिरिडीह होकर सप्ताह में तीन दिन चलाई जाए, जिससे गिरिडीह, पारसनाथ और कोडरमा क्षेत्र को तेज़ एवं आधुनिक रेल सेवा का लाभ मिलेगा।
इसके बाद देवघर–जसीडीह–वाराणसी वंदे भारत को न्यू गिरिडीह–कोडरमा होकर सप्ताह में तीन दिन चलाने का प्रस्ताव रखा गया, ताकि बाबाधाम, काशी विश्वनाथ और पारसनाथ जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों को एक मजबूत आध्यात्मिक रेल कॉरिडोर से जोड़ा जा सके।
प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली–गोड्डा वंदे भारत को भी सप्ताह में तीन दिन चलाने की मांग रखी, क्योंकि वर्तमान में गोड्डा–नई दिल्ली ट्रेन अत्यधिक भीड़ और लंबी प्रतीक्षा सूची से जूझ रही है। इस पर भी सकारात्मक विचार का आश्वासन दिया गया।
माल ढुलाई के विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए प्रतिनिधियों ने न्यू गिरिडीह स्टेशन पर रैक प्वाइंट को और लंबा करने तथा बढ़ते औद्योगिक उत्पादन को देखते हुए एक अतिरिक्त नया रैक प्वाइंट विकसित करने की आवश्यकता बताई। इस पर सहमति बनी कि न्यू गिरिडीह को एक मजबूत लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित किया जाए।
साथ ही यह भी बताया गया कि महेशमुंडा रैक प्वाइंट का टेंडर हो चुका है, लेकिन अब तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। इस विषय पर भी संज्ञान लेते हुए निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने का आश्वासन दिया गया।
इसके अतिरिक्त गिरिडीह–कोडरमा–मधुपुर रेलखंड पर डबल लाइन, पारसनाथ–गिरिडीह सेक्शन पर यात्री सुविधाओं में सुधार, तथा स्टेशन विस्तार एवं शेड निर्माण जैसे विषयों पर भी संक्षिप्त लेकिन सार्थक चर्चा हुई और सभी बिंदुओं पर सकारात्मक रुख सामने आया।
प्रतिनिधिमंडल ने गिरिडीह की औद्योगिक और खनिज महत्ता—कोयला, अभ्रक, स्टोन चिप्स, डोलोमाइट आदि—का उल्लेख करते हुए कहा कि बेहतर रेल अवसंरचना से रेलवे राजस्व में भारी वृद्धि होगी और क्षेत्र में रोजगार एवं व्यापार को नया बल मिलेगा।
गिरिडीह चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी के सकारात्मक दृष्टिकोण के लिए आभार व्यक्त किया तथा विशेष रूप से माननीय अन्नपूर्णा देवी जी की सराहना की, जिनकी सक्रिय भूमिका, संवेदनशीलता और सहयोग से गिरिडीह की वास्तविक आवश्यकताएँ केंद्र सरकार तक प्रभावी ढंग से पहुँचीं।
चैंबर का विश्वास है कि इन निर्णयों के क्रियान्वयन से गिरिडीह जिले के उद्योग, व्यापार, धार्मिक पर्यटन और समग्र आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी और यह क्षेत्र झारखंड के प्रमुख विकास केंद्रों में शामिल होगा

