जेवीएम, श्यामली में 103 नन्हें चैंपियंस को मैडल
जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली के दयानंद सभागार का चौथा दिन प्राथमिक विभाग (कक्षा नर्सरी से द्वितीय) के छात्रों की उपलब्धियों तथा वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह को समर्पित रहा। इस भव्य अवसर पर, शैक्षणिक सत्र 2024-25 में शिक्षा और विभिन्न पाठ्येत्तर सहगामी क्रियाकलापों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कुल 103 छात्रों को सम्मानित किया गया।
शैक्षणिक गतिविधियों में अव्वल रहने वाले छात्रों को विशेष रूप से सराहा गया। कक्षागत सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वालों में, पहली कक्षा के मानवी बड़ाइक और यशराज को विशेष सम्मान मिला। उन्हें कक्षागत टॉप रैंक होल्डर बनने के उपलक्ष्य में मैरून ब्लेजर, टाई, मैडल और उत्कृष्टता प्रमाण पत्र देकर मंच पर सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त, शैक्षणिक उत्कृष्टता में अपनी छाप छोड़ने वाले छात्रों में पहली कक्षा से बाजिशुन एरिक, यशिका कुमारी, सार्थक संस्कार, धैर्य ठक्कर, समायरा फातिमा, सुश्रिता नस्कर, और आराध्या को, तथा दूसरी कक्षा से देवप्रिय रॉय, अरुणिता रॉय, अक्षिता सिन्हा और आरवी जालुका को क्रमशः द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ और पंचम स्थान प्राप्त करने के लिए टाई, मैडल और सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट से नवाजा गया।
सिर्फ शिक्षा ही नहीं, छात्रों ने विभिन्न अंतर-सदनीय प्रतियोगिताओं में भी अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया। इंग्लिश, हिंदी और संस्कृत एलोक्यूशन, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं, म्यूजिक (गायन और वाद्य संगीत), पेंटिंग और क्विज प्रतियोगिता के विजयी छात्र-छात्राओं को भी मंच पर सम्मानित किया गया।
मैडल पाकर, ये नौनिहाल पूरे सभागार में इठलाते, झूमते और गाते नजर आए, जिनका उत्साह और खुशी देखने लायक थी। उपस्थित बच्चों और अभिभावकों ने जोरदार तालियाँ बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया।
प्राचार्य श्री समरजीत जाना ने अपने संबोधन में कहा कि यह जेवीएम, श्यामली के लिए गर्व और उल्लास का क्षण है, सभागार में आप सबका उत्साह, आपकी खुशी और आपकी तालियाँ, यह प्रमाणित करती हैं कि जेवीएम के बच्चे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। विद्यालय का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान देना नहीं है, बल्कि आपको समग्र व्यक्तित्व के रूप में विकसित करना है। आज जिन बच्चों ने ‘गोल्ड मैडल’ प्राप्त किया है, मेरा यह आह्वान है कि आप केवल आज के समारोह के ‘गोल्ड’ बनकर न रहें। आप अपनी पूरी यात्रा में, अपने जीवन के हर पड़ाव पर गोल्ड बने रहें। ‘गोल्ड बने रहने’ का अर्थ केवल प्रथम आना नहीं है। इसका अर्थ है, ईमानदारी, कड़ी मेहनत, अनुशासन और ज्ञान के प्रति निरंतर जिज्ञासा रखना। ये मेडल और ब्लेजर इस बात का प्रमाण हैं कि जब आप समर्पण से प्रयास करते हैं, तो सफलता निश्चित रूप से आपके कदम चूमती है।
प्राथमिक विभाग की कर्मठ प्रभाग प्रभारी श्रीमती ममता दास ने कहा कि आज आप सबके चेहरे पर जो अटूट मुस्कान और आत्मविश्वास दिख रहा है, वह न केवल आपके माता-पिता और शिक्षकों की मेहनत का फल है, बल्कि यह हमारे विद्यालय के अन्य बच्चों के लिए भी सबसे बड़ी प्रेरणास्त्रोत है। जवाहर विद्या मंदिर हमेशा से यह सुनिश्चित करता आया है कि हमारे बच्चे केवल शिक्षा में नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें। आपने शैक्षणिक और पाठ्येत्तर दोनों क्षेत्रों में उल्लेखनीय सफलता हासिल कर यह साबित कर दिया है कि वास्तव में जेवीएम, श्यामली जैसा कोई नहीं।
धन्यवाद ज्ञापन प्राथमिक विभाग की शिक्षिका श्रीमती पद्मावती कुमारी के द्वारा किया गया।
इस भव्य कार्यक्रम में उप-प्राचार्य श्री बी एन झा, श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव, श्री संजय कुमार, प्रभाग प्रभारी श्रीमती अमरिंदर कौर सलूजा, शीलेश्वर झा ‘सुशील’, श्री दीपक सिन्हा, कार्यक्रम समन्वयिका श्रीमती सुष्मिता मिश्रा, विद्यालय प्रशिक्षण नोडल पदाधिकारी – तनुजा सत्येंद्र, छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष श्री एल एन पटनायक, तथा प्राथमिक कक्षाओं की सभी शिक्षिकाएँ उपस्थित रहीं।

