ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना का शौर्य, आतंकवाद पर निर्णायक प्रहार”
गढ़वा:–पहलगाम आतंकी हमले ने समूचे देश को झकझोर कर रख दिया। निर्दोष नागरिकों पर क्रूरता से किया गया यह हमला न केवल दुर्भाग्यपूर्ण था, बल्कि यह हमारे धैर्य की परीक्षा भी थी। ऐसे समय में जब आतंकवाद अपनी कायरता का चेहरा दिखाता है, भारत की सेना एक सशक्त उत्तर देने में सक्षम है दुनिया की चौथी सबसे शाक्तिशाली सेना जिसकी वीरता, पराक्रम और शौर्य की गौरवगाथा पूरी दुनिया गा रही है। आज पूरे विश्व की निगाह आतंकियों के नापाक इरादों को नेस्तनाबूत करने के उद्देश्य से भारतीय सेना द्वारा चलाये गए और इसका साक्षात उदाहरण है ‘ऑपरेशन सिंदूर’।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप)के जिला संयोजक शुभम तिवारी ने कहा कि इस मुद्दे पर भारतीय सेना की वीरता को नमन किया और राष्ट्र की एकता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “हमें अपने जांबाज जवानों पर गर्व है। आज भारत की ताकत पूरी दुनिया देख रही है। जिस तरह हमारे देशवासियों पर हमला किया गया, वह निंदनीय था। परंतु अब उसी का प्रतिशोध हमारी सेना ले रही है।”ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में पनपती और पलती आतकी इरादों पर लगातार प्रहार आतंकवाद के अंत का संकेत है। पाकिस्तान द्वारा आतंकियों का खुलेआम समर्थन उसके अस्तित्व पर भी संकट का कारण बन चुका है। हमारी सेना उनके हर ठिकानों को ध्वत कर अपने कार्य कुशलता और वीरता का परिचय दे रही है। पड़ोसी देश की हरकतों पर लगाम लगाने के लिए भारतीय सेना की इस बार आतंकवाद से ये लड़ाई अंतिम और निर्णायक होगी
ऐसी परिस्थिति में हमारे देश के आम नागरिक हर भारतीय सेना या अर्द्ध सैनिक बल के जवानों अपेक्षा बढ़ गई है। भारतीय सेना के साथ कदम से कदम मिलाकर हर एक भारतीय नौजवान दुश्मनों से लड़ने को तैयार है।
ऑपरेशन सिंदूर अभियान में भारतीय सेना ने जिस सटीकता, साहस और धैर्य का परिचय दिया है, वह सराहनीय है। शुभम तिवारी ने सरकार और सेना, दोनों को इस सशक्त कार्रवाई के लिए अभिनंदन किया और देशवासियों से अपील की कि इस समय राष्ट्र को एकता की सर्वाधिक आवश्यकता है।
