सलूजा गोल्ड स्कूल में रविंद्र नाथ टैगोर की 164 जयंती मनाई गयी
सलूजा गोल्ड स्कूल में रविंद्र नाथ टैगोर की 164 जयंती मनाई गयी
जहाँ मन भयमुक्त हो और सिर ऊँचा हो जहाँ ज्ञान मुक्त हो जहाँ दुनिया को टुकड़ों में नहीं तोड़ा गया हो संकीर्ण घरेलू दीवारों द्वारा…
गिरिडीह :- सलूजा इंटरनेशनल स्कूल की प्रातः सभा में नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की 16वीं जयंती मनाई और उन्हे श्रद्धांजलि दी गयी। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचर्या ममता शर्मा , उप प्राचार्य सूरज कुमार लाला , सभी शिक्षकगण एवं स्कूली बच्चों द्वारा सदी के महान कवि, लेखक, नाटककार, संगीतकार, और चित्रकार रबिन्द्र नाथ टैगोर के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। इस महान कवि को श्रद्धांजलि दें के लिए विद्यालय के सभागार को सजाया गया इसके बाद छात्रों द्वारा विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की गई। विद्यार्थियों ने गुरुदेव द्वारा रचित काबुलीवाला कहानी को संक्षिप्त रूप से एक नाटक के रूप में प्रदर्शित सबका मन मोह लिया । वहीँ विद्यार्थियों के एक दूसरे समूह ने गुरुदेव द्वारा रचित एक बंगाली गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। मंच का संचालन चंद्रमल्लिका घोष ने किया। विद्यालय की निर्देशक रमनप्रीत कौर ने अपने सन्देश में गुरुदेव की प्रतिभा की सरहाना करते हुए कहा की टैगोर बंगाल के बहुमखी प्रतिभासंपन्न विद्वान थे। वे एक कवि, लेखक, नाटककार , संगीतकार, दार्शनिक, चित्रकार, और समाज सुधारक थे. उन्होंने बंगाल के साथ साथ भारतीय संस्कृति, संगीत और कला को नए आयाम दिए थे। उनकी रचनाएँ देश की सीमाएं ही नहीं बल्कि अन्य देशो में भी लोगो के दिल में जगह बनाने में सफल रही।
