प्रत्येक महिला को 500 रुपए और ट्रक छाप का दी पर्चा, करीब डेढ़ लाख रुपए का वितरण
स्कूल बंद कर निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर रही हैं शिक्षिका सुनैना देवी, वीडियो वायरल
प्रत्येक महिला को 500 रुपए और ट्रक छाप का दी पर्चा, करीब डेढ़ लाख रुपए का वितरण
मतदाताओं को वोट के बदले पैसा का दिया गया प्रलोभन, चुनाव आयोग पंहुचा मामला
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मेदिनीनगर : शिक्षक का काम स्कूल में बच्चों को पढ़ना है, लेकिन पलामू जिले के पांकी प्रखंड के छोटकी आसेहार उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापिका सुनैना देवी स्कूल बंद कर पांकी विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। यहीं नहीं शिक्षिका द्वारा दर्जनों महिलाओं को 500 – 500 रुपए और ट्रक छाप का पर्चा वितरण किया गया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि दैनिक भास्कर नहीं करता है। बताया जाता है कि शिक्षिका सुनैना देवी को चुनाव ड्यूटी में नहीं लगाया गया है। दरअसल शिक्षिका सुनैना देवी पांकी प्रखंड के महुगांई गांव में अशोक रजक के पत्नी के साथ मिलकर महिला समूह के नाम पर गांव के महिलाओं को इकट्ठा कर निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। शिक्षिका सुनैना देवी महिलाओं को निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह को वोट देने की बात कर कर रही है। जिसे वायरल वीडियो में साफ सुनाई दे रही है। शिक्षिका सुनैना देवी महिलाओं को पैसा के साथ पर्चा भी दी। वायरल वीडियो में देखा जा रहा है कि शिक्षिका सुनैना देवी सभी महिलाओं को कतार में खड़े कर निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह के पक्ष में प्रचार करते हुए ट्रक छाप पर वोट देने को कह रही है। महिलाओं के हाथ में निर्दलीय प्रत्याशी का पर्चा साफ दिख रही है। शिक्षिका सुनैना देवी के साथ एक लड़का नजर आ रहा है जो महिलाओं को पर्चा दे रहा है और ट्रक छाप पर वोट देने के लिए महिलाओं पर दबाव बना रहा है। यू कहां जाए तो महिलाओं को पैसा का प्रलोभन देकर निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। बताया जाता है कि वायरल वीडियो में जो लड़का दिखाई दे रहा है वह निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह के सक्रिय कार्यकर्ता है। चर्चा है कि सुनैना देवी पूर्व विधायक के करीबी है। इधर पत्रकारों के टीम जब 2: 48 बजे छोटकी आसेहार उत्क्रमित मध्य विद्यालय पहुंचा तो पाया कि स्कूल में ताला लगा हुआ है। आसपास के लोगों ने बताया कि स्कूल खुला था, लेकिन 11:00 के बाद स्कूल बंद कर मैडम निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह के पक्ष में प्रचार करने क्षेत्र में गए हुए हैं। ग्रामीण में बताया कि मैडम सुनैना देवी हमेशा इसी तरह स्कूल बंद कर चुनाव प्रचार में ही व्यस्त रहते हैं। बच्चे सिर्फ एमडीएम खाने के लिए स्कूल जाते हैं। ग्रामीण में बताया कि जब कोई विरोध करता है तो मैडम लोगों को झूठे केस में फसाने की धमकी देती है। जिसके कारण लोग कुछ नहीं बोलते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सुनैना मैडम पूर्व विधायक बिट्टू सिंह के करीबी हैं, जिसके कारण शिकायत के बाद भी अधिकारियों द्वारा उन पर कार्रवाई नहीं होती है। स्कूल की हालत भी बात से बेहतर है। विद्यालय विकास मद की राशि को शिक्षिका द्वारा लगातार गबन की जा रही है। रंगरोगन के नाम पर खाना पूर्ति की गई है। यदि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए तो लाखों रुपए का घोटाला सामने आएगा। शिक्षिका सुनैना देवी हमेशा स्कूल बंद कर चुनाव प्रचार करने विभिन्न गांव चल जाती है। जिसके कारण स्कूल का संचालन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। एक शिक्षक राजेश सिंह चुनाव ड्यूटी में चुनाव कराने गए हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापिका सुनैना देवी को चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण स्कूल का संचालन सही तरीके से किया हो पा रहा हैं। इधर महिलाओं ने बताया कि उन्हें मीटिंग के नाम पर बुलाकर पैसा का प्रलोभन देकर निर्दलीय प्रत्याशी बिट्टू सिंह को वोट देने के लिए कहा गया। लेकिन सवाल उठता है कि विद्यालय बंद कर शिक्षिका सुनैना देवी किसके इशारे पर खुलेआम पैसा वितरण कर रहे हैं और निर्दलीय प्रत्याशी का प्रचार कर रही हैं। इस पूरे मामले में चुनाव आयोग से शिकायत की गई है। अब देखना दिलचस्प है कि क्या शिक्षिका सुनैना देवी पर कार्रवाई होती हैं या मामले की लीपापोती। लोकसभा चुनाव में भी एक शिक्षक को इसी तरह वीडियो वायरल हुआ था। इधर प्रखंड शिक्षा प्रसाद पदाधिकारी परमेश्वर साहू ने बताया कि मामले उनके संज्ञान में आया है। मामले की सत्य की जांच की जाएगी और दूसरी शिक्षिका पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी। किसी भी कीमत में सरकारी शिक्षक या पारा शिक्षक किसी प्रत्याशी पक्ष में चुनाव प्रचार नहीं कर सकते हैं।
मामला बेहद संगीन, जांच के बाद दोषी पर होगी कार्रवाई : डीसी
पलामू उपायुक्त शशि रंजन ने दूरभाष पर बताया है कि मामला उनके संज्ञान में आया है। जांच का आदेश दिया गया है जांच के बाद दूसरी शिक्षिका पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। किसी भी कीमत में इस तरह की कार्य करने वाले शिक्षक या सरकारी कर्मी को बख्शा नहीं जाएगा। मामला बेहद गंभीर है। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे सभी पर कार्रवाई की जाएगी।

