महात्मा का साक्षात रूप थे राष्ट्रपिता :- निसार खान

महात्मा का साक्षात रूप थे राष्ट्रपिता : निसार खान
भारत-पाक युद्ध के कारण सदैव स्मरण में रहेगे शास्त्री जी : कुशवाहा
हजारीबाग : जिला कांग्रेस कार्यालय कृष्ण बल्लभ आश्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155 वीं जयंती ” अहिंसा दिवस ” के रूप में तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 120 वीं जयंती उनके चित्र पर माल्यार्पण मनाई गई ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला के उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता निसार खान ने राष्ट्रपिता के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सत्य, अहिंसा और प्रेम का आधार लेकर अंग्रेजी सत्ता से जुझने वाले इस संत पुरुष से अंग्रेजी सत्ता भी कांपती थी । जनता के बीच रहकर सादा जीवन, उच्च विचार का आदर्श उन्होंने कायम किया । मृत्यु के बाद भी, अपने कीर्ति के बल पर, वे आज भी अमर हैं । प्रदेश महासचिव बिनोद कुशवाहा ने कहा कि छोटी मूर्ति पर महान कीर्ति इस शब्दों में जिनके 18 माह के प्रधानमंत्रित्व काल का वर्णन किया जाता है, वे लाल बहादुर शास्त्री 1965 के भारत-पाक युद्ध के कारण सदैव स्मरण में रहेंगे ।
मौके पर उपाध्यक्ष मकसूद आलम, लाल बिहारी सिंह, अजय गुप्ता, कृष्णदेव प्रसाद सिंह, रवि शंकर वर्मा, चन्द्र शेखर मिश्रा, नरेश गुप्ता, दिलीप कुमार रवि, रेणु कुमारी, मिथिलेश दुबे, राजू चौरसिया, सुनिल अग्रवाल, गुड्डू सिंह, साजिद अली खान, चन्द्र शेखर आजाद, बहादुर सागर, निसार अहमद भोला, दिनेश मेहता, राम कुमार पटेल, आशिफ रजा, अजय प्रजापति, बाबर अंसारी, मो. रब्बानी, अर्जुन सिंह, परवेज अहमद, विजय सिंह, दरगाही खान, चांद आलम, कजरू साव, मुगेश्वर चौधरी, रियाजउद्दिन अंसारी अतिरिक्त कई कांग्रेसी उपस्थित थे ।