बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिला कार्यालय में मनाई गई मुंशी प्रेमचंद की जयंती

बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिला कार्यालय में उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती मनाई गई कार्यक्रम के अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने की संचालक संजय कुमार ने किया सर्वप्रथम मुंशी प्रेमचंद की तस्वीर पर फूल माला चढ़कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई
मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद भारत के उपन्यास सम्राट माने जाते हैं वह एक लेखक देशभक्त नागरिक कुशल वक्ता जिम्मेदार संपादक और रचनाकार थे उन्होंने पंच पंच परमेश्वर गोदान उसकी रात जैसी दो दर्जन उपन्यास एवं 300 छोटे बड़े कहानी लिखे थे इनके युग का विस्तार 1880 ई से 1936 ई तक यह कालखंड भारत के इतिहास में बहुत महत्व का है इस युग में भारत का स्वतंत्रता संग्राम की नहीं मंजिलें से गुजर मोर्चा अध्यक्ष उदय राम ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद की कहानी जीवंत एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़ा हुआ है
प्रभात कुमार ने कहा की सोने और खाने का नाम जिंदगी नहीं है आगे बढ़ते रहने की लगन का नाम ही जिंदगी है मैं एक मजदूर हूं जिस दिन कुछ लिखना लूं उसे दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं दीपक कुमार ने मुंशी प्रेमचंद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 ई को हुआ थामुंशी प्रेमचंद की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला एवं कहां की मुंशी प्रेमचंद की कहानी सामाजिक सरोकारों से जुड़ा हुआ है इस अवसर पर जसवंत कुमार संदीप कुमार सनी कुमार अनिल राम प्रेम कुमार अरुण पासवान राजू पासवान उमेश पासवान राजेंद्र पाल सूरजमल राम सूरज कुमार संजीत कुमार रामराज राम ददई कुमार राम सहीत कई लोग उपस्थित है रामनरेश महतो ने धन्यवाद ज्ञापित किया