मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना में भारी गड़बड़ी,

मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना में भारी गड़बड़ी, मामला बैरांव पंचायत का
एसी एवं ओबीसी का हक मारकर संपन्न लोगों को दिया गया योजना लाभ, मामला पहुंचा उपायुक्त के पास
हुसैनाबाद। हुसैनाबाद के बैरांव पंचायत में मुख्यमंत्री अबुआ योजना में भारी गड़बड़ी व अनियमितता बरतने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में ग्रामीणों ने उपायुक्त के नाम डीसी कार्यालय में ज्ञापन दिया है। आवेदन में लिखा है कि समस्त ग्रामीण जनता ग्राम पचंबा, पोस्ट जपला, पंचायत बैरांव का उपरोक्त विषय के संबंध में कहना है कि रूपा देवी, पति भानु प्रताप सिंह, ग्राम पचंबा की स्थायी निवासी हैं, जिनका आरआईडी नंबर-2646993 एप्लीकेशन नंबर-18/856/4043/15508 है, वहीं वर्तमान में उनका पक्के का दो मंजिला मकान है, जिसमें वे रहती हैं। चल संपत्ति में जेसीबी व ट्रैक्टर भी उनके पास है, वहीं 08 बीघा जमीन भी है। इसके अलावा उनके पति ठीकेदार भी हैं, जिससे महीना का लगभग लाखों रुपयों की उनकी आमदनी है। पूर्व में भानु प्रताप सिंह के पिता सतेंद्र सिंह आवास योजना का लाभ ले चुके हैं और वर्तमान में भानु प्रताप सिंह के दो भाई और मां के नाम से मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना का जियो टैगिंग हो चुका है। साथ ही, आवास योजना की पहली किस्त भी आने वाली है, जिसमें मुखिया आत्मेश कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह एवं पंचायत सेवक की मिलीभगत है। श्रीमान का ध्यानाकृष्ट कराना चाहेंगे कि मुखिया आत्मेश कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह ने संबंधित अधिकारियों को भ्रमित कर लाभुकों के जाति को जनरल से एसी और ओबीसी करवाया है, ताकि सभी लाभुकों को तत्काल मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना का लाभ मिल सके। इस बात की पुष्टि के लिए संबंधित कागजात आवेदन के साथ संलग्न किया गया है। साथ ही, रूपा देवी, पति भानु प्रताप सिंह को मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना की पहली किस्त मिल चुकी है और दूसरी भी अतिशीघ्र मिलने वाली है, जिसे तत्काल प्रभाव से रोका जाए और स्थल जांचोपरांत प्रथम किस्त की राशि भी रिकवरी की जाए। पूरे बैरांव पंचायत में अधिकतर पक्के मकान वालों को ही मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना का लाभ मिला है, इसलिए उपायुक्त महोदय से आग्रह है कि स्थल की जांच करवाकर विधि-सम्मत विशेष रूप से कार्रवाई करें। साथ ही, जितनी भी आवास योजना में गड़बड़ियां हुई हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से रोका जाए और उनमें सुधार किया जाए। ग्रामीणों ने आवेदन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार, मुख्य सचिव, झारखंड सरकार, झारखंड ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार, उप विकास आयुक्त, पलामू, अनुमंडल पदाधिकारी, हुसैनाबाद, प्रखंड विकास पदाधिकारी, हुसैनाबाद, जिला परिषद उपाध्यक्ष, पलामू आदि को भी भेजने की बात कही है। इस संदर्भ में पूछे जाने पर बैरांव पंचायत के मुखिया आत्मेश कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है, वहीं अब सवाल यह उठता है कि जब उनकी कोई भूमिका ही नहीं है तो इतने व्यापक पैमाने पर मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना में गड़बड़ी कैसे हुई, वहीं उनकी पंचायत में ऐसे भी कई लोग हैं, जो अपने गिरे हुए कच्चे घर में जीवन बसर करने को विवश हैं, पर उनकी तरफ मुखिया जी का ध्यान तक नहीं है, जब भी वे लोग उनके पास जाते हैं तो वे उन्हें आश्वासन देकर वे बात को वहीं पर रफा-दफा कर देते हैं। अब ऐसे में वरीय पदाधिकारियों का एक बार स्थल जांच करना तो बनता है, वहीं अब देखना यह दिलचस्प होगा कि उक्त गड़बड़ियों को उजागर करने वाले ग्रामीण लोगों को वरीय पदाधिकारी का कितना उचित साथ मिल पाता है…! ज्ञापन देने वाले ग्रामीणों में अवध बिहारी सिंह, जितेंद्र कुमार, रामदेव रजवार, अनिल कुमार रजवार, रविंद्र यादव, दिलीप सिंह, दिनेश रजवार, सुनील रजवार, राजीव रंजन, सनोज यादव, रोहित कुमार, प्रवीण कुमार सिंह, नरेंद्र सिंह, महेंद्र प्रसाद सिंह, आशीष कुमार सिंह, रमेश कुमार सिंह, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, वीरेंद्र सिंह, राज सिंह, योगेंद्र कुमार सिंह, सुजीता सिंह, अशोक सिंह, राकेश रंजन सिंह, मृत्युंजय सिंह, रामप्रसाद सिंह, गुड्डन सिंह, रामजी कुमार सिंह, अभिमन्यु प्रसाद सिंह आदि का नाम उल्लेखनीय है।