अबकी बार 4 मई को चियांकी हवाई अड्डा पर पीएम मोदी द्वारा फेंकी जानेवाली जुमलों व झूठों की बरसात से कमल नहीं खिलनेवाला है: —शत्रुघ्न कुमार शत्रु

अबकी बार 4 मई को चियांकी हवाई अड्डा पर पीएम मोदी द्वारा फेंकी जानेवाली जुमलों व झूठों की बरसात से कमल नहीं खिलनेवाला है: शत्रुघ्न कुमार शत्रु
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3 मई 2024(मेदिनीनगर)
झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने आज मेदिनीनगर के पटेल नगर स्थित आवास पर नियमित प्रेस ब्रीफिंग को सम्बोधित करते हुए कहा है कि देश में हर मोर्चे पर विफल हो चुके पीएम श्री नरेन्द्र मोदी जी व पलामू के सांसद श्री बी०डी०राम को उम्र की थकावट व राजनीतिक विफलता को देखते हुए जनता को चाहिए की उन्हें आराम देने के लिए दूसरे विकल्प पर विचार करें।
प्रेस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के चंद कारपोरेट मित्रों के लिए 18-18 घंटे काम कर मोदी जी व पलामू के सांसद श्री बी०डी०राम जैसे कई उनके वयोवृद्ध परिवार के सदस्य देश पर बोझ बन कर बेड़ा गर्क चुके हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आगामी 4 मई के प्रस्तावित पलामू दौरे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जेकेएम अध्यक्ष ने कहा कि जिस चियांकी हवाई अड्डे पर उन्होंने 10 वर्ष पूर्व पलामू प्रमंडल के अति महात्वाकांक्षी “मंडल डैम परियोजना को शीघ्र पूरा करने का जुमला फेंका था,वह आज भी हवा में तैर रहा है? इस बार निश्चित रूप से आगामी 4 मई को उनके द्वारा फेंकी जानेवाली जुमलों व झूठों की बरसात के कीचड़ में कमल नहीं खिलनेवाला है।
प्रेस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि देश में हर मोर्चे पर विफल मोदी सरकार एक तरफ अग्निवीर योजना के तहत 23 साल के नौजवानों को रिटायर कर घर भेज रही है,वहीं उसी सरकार के 73 साल के बुढ़े व खुसट हो चुके संविधान बदलने की सोच रखने वाले तानाशाह प्रधानमंत्री मोदी अपने लिए तीसरी बार मौका मांग रहे हैं?यह देश का दूर्भाग्यपूर्ण प्रहसन बन चुका है।
प्रेस ब्रीफिंग के अंत में उन्होंने कहा है कि देश के सबसे बड़े घोटाले “इलेक्टोरल बाॅण्ड योजना” के खलनायक बन चुके मोदी जी ने राजधर्म से फिर मुंह मोड़ लिया है।चाहे सेक्स कांड के सबसे बड़े आरोपी प्रज्जवल रेवन्ना के प्रचार की बात हो,अथवा पूणावाला की कम्पनी से 52 करोड़ चंदा खाकर देश के 140 करोड़ जनता को कोवीशिल्ड का जबरदस्ती टिका लगवाकर मौत के मुंह में धकेलने की बात हो या देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर कारपोरेट के हाथ बेचने की बात हो,इस बार भीषण बेरोजगारी व महंगाई से त्रस्त जनता हिसाब लेने के लिए तैयार बैठी है।