8 हजार करोड़ से तैयार होगा रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे, केंद्रीय मंत्री 3 जुलाई को करेंगे उद्घाटन
मेदिनीनगर।पलामू करीब 8000 करोड़ की लागत से रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे का फोरलेन का निर्माण कार्य पूरा किया जाना है।रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे पहले नेशनल हाईवे 75 के नाम से जाना जाता था, अब इसका नाम बदलकर नेशनल हाईवे 39 हो गया है. रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य छह अलग-अलग चरणों में किया जाना है।राष्ट्रीय राजमार्ग का पहले चरण का निर्माण कार्य रांची से कुरु तक पूरा हो गया है. दूसरे चरण का निर्माण कार्य पलामू के शंखा से गढ़वा के खजूरी तक होना है, यह निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है. नेशनल हाईवे 39 को गढ़वा बाइपास के नाम से भी जाना जाता है. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी तीन जुलाई 2025 को इसका उदघाटन करेंगे।नेशनल हाईवे को लेकर पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. पलामू सांसद ने बताया कि गढ़वा बाइपास का निर्माण पूरा होने से लोगों को बहुत बड़ी जाम की समस्या से निजात मिलेगी. सांसद ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. उन्होंने लोगों से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपील की है. सांसद ने बताया कि नेशनल हाईवे 39 का निर्माण कार्य छह चरणों में पूरा किया जाना है. सांसद ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गढ़वा में कार्यक्रम के दौरान कई घोषणाएं करेंगे।रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे का कॉरिडोर छह चरणों में पूरा किया जाना है. पहले चरण में रांची से कुरु तक का कार्य पूरा हो गया है. दूसरे चरण में शंकर से खजूरी का निर्माण कार्य 1129.28 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है. तीसरे चरण में खजूरी से यूपी के विंढमगंज तक का कार्य 15 सितंबर 2025 तक किया जाना है, जिसकी लागत 1436.49 करोड़ रुपए है।वहीं चौथे चरण में भोगु से शंखा तक का निर्माण कार्य 9 नवंबर 2025 तक किया जाना है, जिसकी लागत 1517.87 करोड़ रुपए है. पांचवें चरण का निर्माण कार्य उदयपुर से भोगु तक 9 अक्टूबर 2026 तक 1436.80 करोड़ की लागत से किया जाना है. जबकि छठे चरण का निर्माण कार्य कुरु से उदयपुरा तक 1274 करोड़ रुपए की लागत से किया जाना है. जिसका निर्माण कार्य सितंबर 2025 से शुरू किया जाएगा।
